कहीं न कहीं रंग बदलते देखे है इंसानों के ,  अरे अपना काम निकालने के लिए .. हद से ज्यादा ढंग बदलते देखे है मैंने इंसानों के … ।।  ©Brajesh Saxena #rang badalte dikha hai ...😔