Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझे अब अपने ही लोग रुलाने पे तुले हुए ह

मुझे  अब  अपने  ही  लोग    रुलाने  पे तुले  हुए  हैं,
ये वही सगे लोग हैं जो मुझे गिराने  पे लगे  हुए हैं ।
अब   तो  मुझे  दुश्मनों  की जरूरत ही नही लगती।
 जब मेरे खास ही मुझे रास्ते से हटाने पर लगे हुए है ।

मेरे बाप ही सालो से मेरी खुशियो के दुश्मन बने हुए है,
उनके बहकावे मे भाई-बहन भी अनबन किए हुए है ।
तो क्या हुआ जो मेरा वक़्त खराब है, नसीब साथ नही,
बस इतनी सी खता मेरी और सब रंजिश  किए हुए है ।

कोशिशे हजार करता हूं उनमे शामिल हो जाने की मगर,
वो सब लोग खुद से ही मुझे बेहद  किनारे  किए हुए है ।
जिन्दगी के डेढ दशक गुज़र गये है यूँही दर्दभरे,मेरे रब !
क्या बाकी जिन्दगी मे भी तूने ऐसे ही पल लिखे हुए है ?

-सौरभ लखनवी #दर्द #Pain #Life #आपबीती #Self #inhumanity #अमानवीय 

#confused
मुझे  अब  अपने  ही  लोग    रुलाने  पे तुले  हुए  हैं,
ये वही सगे लोग हैं जो मुझे गिराने  पे लगे  हुए हैं ।
अब   तो  मुझे  दुश्मनों  की जरूरत ही नही लगती।
 जब मेरे खास ही मुझे रास्ते से हटाने पर लगे हुए है ।

मेरे बाप ही सालो से मेरी खुशियो के दुश्मन बने हुए है,
उनके बहकावे मे भाई-बहन भी अनबन किए हुए है ।
तो क्या हुआ जो मेरा वक़्त खराब है, नसीब साथ नही,
बस इतनी सी खता मेरी और सब रंजिश  किए हुए है ।

कोशिशे हजार करता हूं उनमे शामिल हो जाने की मगर,
वो सब लोग खुद से ही मुझे बेहद  किनारे  किए हुए है ।
जिन्दगी के डेढ दशक गुज़र गये है यूँही दर्दभरे,मेरे रब !
क्या बाकी जिन्दगी मे भी तूने ऐसे ही पल लिखे हुए है ?

-सौरभ लखनवी #दर्द #Pain #Life #आपबीती #Self #inhumanity #अमानवीय 

#confused