*बेशुमार मोहब्बत और इबादत में तू थी, मगर तुम मुझे "azib" ना समझना* *शायरियों में भले ज़िक्र तेरा आज भी है, मगर तुम मुझे "habib" ना समझना* *ज़िंदगी में मेरे लौट कर दोबारा तुम कभी मत आना मुर्शीद* *आंखों में भले नमी है मेरे आज भी, मगर तुम मुझे "raqeeb" ना समझना* ©unknown_minstrel #Azib = #bachelor #Habib = most loved #Raqeeb = a #person who is your #Rival in #Love #Zindagi #murshid #aankhien