कुछ नये ओर जख्मों से आबाद कर दो मुझको मुझे है ग़म अज़ीज़ और नाशाद कर दो मुझको मेरे बाद कोई लड़का मोहब्बत करने से कतराए कर सको तो इस हद तक बरबाद कर दो मुझको - गुलफाम हसन #जख़्म...#बरबाद... #ज़िंदगी...