ए यूथ खुद को जगा ले ए यूथ। इज्जत तू अपनी बचा ले ए यूथ। हाथो में तेरे है बाग डोर।भ्रष्टाचार ना होने दे और। इस दुनिया में अब तू नई पहचान बना ले ए यूथ। ए यूथ,,,,,,,,,,,। गलियों में शहर में रात में दोपहर में। होते कितने केश रे। भरी पड़ी फाइल देख रे। एसे लोगो पर अब तू मिल के विराम लगा ले। ए यूथ। ए यूथ,,,,,,,,,,। बन जा नेता देर ना कर। कपटियों को भेज दे घर। खेल संसद का न्यारा है।यहां नेता खाते चारा है। रहते है भारत में लेकिन बैंक स्विज का प्यारा है। ऐसे लोगो को अब तू मिल के सबक सिखा दे ए यूथ। ए यूथ,,,,,,,,,,। ताहिर ने जलाई चिनगारी अब तू भी तो मशाल जला। भ्रष्टाचार को करना दूर सब लोगो को ये सीखला। हर कालेज हर स्कूल ज्ञान की जोत जगा दे ए यूथ । ए यूथ ,,,,,,,। रख खुद को साफ और नेक तू। रिश्वत खोरी और मक्कारी को से कुए में फेक तू। खाई जो ताहिर ने कसम अब तू भी वो ही खा ले ए यूथ। ए यूथ,,,,,,,,,,। ताहिर #song#a youth khud Ko bacha le