सब जरूरतों का खेल_है ....साहेब जरूरत_अपनी_हो_तो सब_अपने_है नहीं_तो सब_मोह_माया_है ... अमरजीत कुशवाहा #सब #जरूरतों #का #खेल_है ....#साहेब #जरूरत_अपनी_हो_तो #सब_अपने_है #नहीं_तो #सब_मोह_माया_है ...