"शबनमी दायरे में कैद तुम्हें गुनगुनाता देख कर.. मैं रोज भीग जाता हूँ... तुम्हें बाल सुखाता देख कर.... उन लिबासों के रेशमी स्पर्श से पूछो, क्या खूब खिल उठते हैं, तुम्हें मुस्कुराता देख कर... ❤ #bheegna #Prakashvaani