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मेरा पहला पत्र, मेरे और सबके मित्र के नाम✍️✍️✍️ He

मेरा पहला पत्र,
मेरे और सबके
मित्र के नाम✍️✍️✍️ Hello मित्र KK,
अरे तुमसे क्या पूछना कैसे हो?
तुम्हें क्या बताना की हमारा क्या हाल है, तुम तो सब जानते हो ना।
ख़ैर अब पत्र लिखने को बोला तो लिखेंगे ना... क्या क्या कर्म करवाते हो तुम भी मुझसे।
ये सब लोग जो कहते हैं ना की बस मित्र तो असली तुम ही हो ...सब झूठ बोलते हैं😂😂😂कसम से... अगर तुम ही इनके मित्र होते तो ये तुम्हें केवल दुख में ही क्यूं याद करते...आजकल झूठ का बोलबाला है...तुम्हारे सामने तो हो रहा सब...ऐसे मुझे इन सब लोगों की ये बात समझ नहीं आती कि अगर अंत में थक हार कर तुम्हारे ही पास आना है
मेरा पहला पत्र,
मेरे और सबके
मित्र के नाम✍️✍️✍️ Hello मित्र KK,
अरे तुमसे क्या पूछना कैसे हो?
तुम्हें क्या बताना की हमारा क्या हाल है, तुम तो सब जानते हो ना।
ख़ैर अब पत्र लिखने को बोला तो लिखेंगे ना... क्या क्या कर्म करवाते हो तुम भी मुझसे।
ये सब लोग जो कहते हैं ना की बस मित्र तो असली तुम ही हो ...सब झूठ बोलते हैं😂😂😂कसम से... अगर तुम ही इनके मित्र होते तो ये तुम्हें केवल दुख में ही क्यूं याद करते...आजकल झूठ का बोलबाला है...तुम्हारे सामने तो हो रहा सब...ऐसे मुझे इन सब लोगों की ये बात समझ नहीं आती कि अगर अंत में थक हार कर तुम्हारे ही पास आना है