जिसे गुलामी चाहिए, उसे अपनी चाहत की डोरी थाम लेनी चाहिए। और जिन्हें अपनी आज़ादी चाहिए, उन्हें अपने सपनों की उड़ान भरनी चाहिए। उड़ान