गरम हुई छत को पानी डाल ठंडा करते थे, बिस्तर पर लेट रातो को चमकते तारे गिना करते थे, ठंडी ठंडी हवाओं में सुकून से सोया करते थे। अब तो तारो की बात छोड़िए चाँद भी धुंधला देखा करते है, AC और कूलर में भी अब रातो को करवटे बदला करते है। -विशाल शर्मा #Dream #viishal गरम हुई छत को पानी डाल ठंडा करते थे, बिस्तर पर लेट रातो को चमकते तारे गिना करते थे, ठंडी ठंडी हवाओं में सुकून से सोया करते थे।