ये समुंदर को प्यासा ही रहने दो, दिले-तश्नगी में झासा ही रहेने दो वो बडा ही सखी है "यारो, बस तुम, आंखों में कासा ही रहने दो ! (#दिले-तश्नगी =प्यास का दिल, #कासा =भीक मागने का कटोरा, #सखी=दानवीर) #तश्नगी #वफा #सखी #दिल