Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब नज़रें झुकी तेरा दीदार कर गई होश मुझे कहाँ कैसे

जब नज़रें झुकी तेरा दीदार कर गई
होश मुझे कहाँ कैसे प्यार कर गई

राते गुजरने लगी आंखों ही आंखों में
होश कहां मुझे कैसे बेकरार कर गई

अपने चेहरे में तेरा अक्स ढूंढने लगी
होश कहां मुझे कैसे इजहार कर गई

मौसम था सुहाना खुमार चढ़ गई
होश कहां मुझे कैसे जाँनिसार कर गई 

चला दिल पे चला कटार बेजार हो गई
होश कहां मुझे कब इश्क़ बेशुमार कर गई ।। ♥️ Challenge-617 #collabwithकोराकाग़ज़ 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 

♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
जब नज़रें झुकी तेरा दीदार कर गई
होश मुझे कहाँ कैसे प्यार कर गई

राते गुजरने लगी आंखों ही आंखों में
होश कहां मुझे कैसे बेकरार कर गई

अपने चेहरे में तेरा अक्स ढूंढने लगी
होश कहां मुझे कैसे इजहार कर गई

मौसम था सुहाना खुमार चढ़ गई
होश कहां मुझे कैसे जाँनिसार कर गई 

चला दिल पे चला कटार बेजार हो गई
होश कहां मुझे कब इश्क़ बेशुमार कर गई ।। ♥️ Challenge-617 #collabwithकोराकाग़ज़ 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 

♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
swetakumari9595

Sweta

New Creator