ईश्वर का इशारा समझ, जो हंसी मुलाकात हुई, आंख में अंजन सजाए, बिन बादल बरसात हुई, प्रेमराह में हमसफ़र मिला, का क्या कहना, अंजान रास्तों के राही, अब हम-ख्यालात हो गई। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 57 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 57 :- "मुलाकात" अर्थात :- भेंट / परिचय आज के Dare में आप सभी रचनाकार "मुलाकात" शब्द को लेकर रचना करें..!!