उड़ते कागज़ को हवा का बल मिल रहा है.... जलती चिताओं में पापों का फल मिल रहा है....!! और बहुत पहले किसी के साथ किया ग़लत मैंने भी... उस बेवफाई का सिला देखो अब मिल रहा है.....!!!! अर्पित द्विवेदी #बेवजहतोकुछनहीं #सजा_ए_इश्क