मोरी चिरईया ||
तोहरी बिना वो मोरी चिरइया अंगना भय सुनसान हो
लौट के आ जा मोरी चिरैया जियरा में उठे तूफान हो ||
बड़ा दुख दिहले तोहके ये सुगिया गन्दा सोच समाज के
आपन बेटी आपन ना भइली इंसान हो गइले हैवान हो ||
केतना सपनवा देखले तू रहलू नोचले जिस्म संगे जानवा #Nojotovoice