ये बेमौसम बरसात ने फिर ने आग सी लगायी है इस दिल में दबी तेरी याद फिर से मेहेकई है मुझे याद है अपनी पेहेली मुलाकात जो हुई थी उस दिन बिन मौसम बरसात तुझे देख मै कहीं खो सा गया था आँखों में तेरी मै सो सा गया था ये इल्म ना था की बारिश अपने शबाब पर थी तू भीग रही थी और छतरी ना मेरे पास थी Bemausm barsat or tera sath dono hi adhbhut hai #yourquote #yourquotebaba #yqbaba #bemausambaarish #love #akhen #abtar #barish