बगैर उसको बताए निभाना पड़ता हैं ये इश्क़ राज़ हैं, इसको छुपाना पड़ता हैं मैं अपने ज़हन की ज़िद से बहुत परेशां हूँ तेरे ख्याल की चोखट पर आना पड़ता हैं तेरे बगैर ही अच्छे थे, क्या मुसीबत हैं ये कैसा प्यार हैं, हर दिन जताना पड़ता हैं mehshar_afridi_ prem_nirala_ #mehshar_afridi_