रस पिया नहीं लगता है रिश्तों का, क्या शुरू होगा उस वक़्त में ठहरना, या छूटेगा फिर एक बार साथ रहना, शुरू कहा से होंगे रिश्ते,जब होंगी प्यार में किश्तें। पहले जो थे बहुत सस्ते, वो भी आज मंहगे बिकते। बदल जाता हैं रिश्तों में भी अक्सर बहुत कुछ वक्त के साथ ,पहले जैसा चाहते हैं सब ।ये बदलाव रास नही आता कभी -कभी,और फिर शुरू करते हैं हम शुरू से शुरुआत। #yqquotes#yqdidi#ruhmijaji #thoughtoftheday #lifelessons #YourQuoteAndMine Collaborating with Parul Swami