..…........................., रूला हीं देती हैं मुझे अक्सर तुम्हारी यादें! कहां हो तुम? लौट आओ! बस एक बार! बता सकूं तुम्हें कि, कितना याद आती हो तुम! ,.......................... // अनुशीर्षक में पढ़ें // ©Jupiter and its moon दादी का जाना...! वो प्यार का साया! जो हर वक्त मेरी बलाएं लेती थी। चाहे दुखा दूं उनका दिल, पर उस दिल में मेरे लिए बस दुआएं होती थी।