मकर संक्रान्ति आई है, चरखे पतंग की सौगात लाई है। तिल गुड़ के बन रहे है लड्डू, पतंग की डोर पकड़े है विनू। कहीं शोर है बो काटा का, तो कहीं काई पो छे का हंगामा। कोई मानता इसे संक्रान्त, तो कोई कहता है इसे पोंगल। किसी की मानो तो ये उत्तरायनी, तो कोई मानता इसको खिचड़ी। नाम भले हो अलग अलग, पर भाव तो है एक सरीखे। धूम मची है पूरे देश मे, आज आई है फिर संक्रान्ति। ©Shubham36 #makarsankranti #pongal #sankranti #Festival #love #Motivation #entertainment #Life