नन्ही पंछी उड़ने चली है आसमा में अपने छोटे पंख फैलाए ना जाने मंज़िल ना जाने रास्ता कर खुद पर भरोसा बस उड़ चली है वोह कठिनाइयों का सामना हँसकर करती अपना लक्ष खोजने उड़ चली है वोह करती है अपनी मेहनत पर ना जाने क्यों कहीं ना कहीं कुछ कमी रह जाती हैं आज इसी राज़ का जवाब ढूँढने इस विशाल आसमान में उड चली है वोह #पंछी #उड़ #भरोसा #कठिनाई #लक्ष #खोज #मेहनत #राज़ #YQbaba #YQdidi #yopowrimo #hindi #poems #kavita