स्वयं से मिलने से जरूरी कोई भी काम नहीं यहां, इसके लिए हर एक विनाशी घाटा सह लीजिएगा, लोभ, इच्छाऍ, भय, मोह ये खीचेंगे बाहर संसार में 'क्षमा कीजिए,योग्य नही आपके' इनसे कह दीजिएगा, छुटकारा करके किसी प्रकार इनसे,ज्ञानबल द्वारा, अपने मूल स्वरूप आंनद की धारा में बह लीजिएगा, परम सन्तुष्टता के सागर में आपका स्वागत है अब, भटकना बंद अब,मौन धारण कर इसमें रह लीजिएगा, अनुभव हो गया इसका एक बार तो नशा लग जाएगा, 'बस एक बार और' यह हर बार खुद से कह दीजिएगा, सब समस्याओं का अंत इतना सरल,स्वप्न में ना सोचा होगा, 'जो पाना था सो पा लिया' संसार से अंततः कह दीजिएगा सुखी भव:🤚 #yqbaba #yqdidi #संतोषआनंद #मधुवन