विरह मिलन की बातें भी हों उजली काली रातें भी हों। कोमल मन में छुपी हुई कुछ मीठी सी सौगातें भी हों आकर्षण हो चित में पल पल एक दूजे के मन मिल जाएं लिखना है आगाज तुम्हें बस हरगिज़ तुम अंजाम न लिखना। ©Manisha Yadav #poetry #pasion #Love #romance #innerfeeling