कोहरा वो सर्द हवा, वो #कोहरे की रात आज भी याद है मुझे ,जब इजहारे महोब्बत किया था उन्होनें ।आज फिर# कोहरे की रात है और वोअब साथ नहीं ।ये दिल है कि कह रहा कि तुम यहीं हो मगर कोन समझाए इस नादां दिल को कि इसी #कोहरे में एक दिन कभी लौट के न आने का वादा किया था उन्होनें कोहरा #@op