मुश्किलें हैं सारी पायी मोह्हबत में अटकलें है सारी आयी मोह्हबत में दूर जितना जाते रहे हम तुमसे पास आये है उतने मोहहबत में। मैं जो पढ़ता रहा पाठ मोह्हबत में कर लिया खुद को बर्बाद मोह्हबत में सोचा था हम भी सिकंदर बनेंगे दिल के घनानंद से हारा मैं मोह्हबत में। ज़ख़्म है सारे सिर्फ मोह्हबत में ग़मो के है साये सिर्फ मोह्हबत में बोल न पाया एक शब्द भी मैं एक टीस तक न उठी मोह्हबत में। मेरी कहानी है बनती मोहहबत में बिखरी हुई मेरी ज़िंदगी मोहहबत मे रूठ गया हमसे मेरा चाहने वाला रूठ गया मुझसे मेरा मनाने वाला रात भर जगते रहे हम मोहहबत मे। ढूढ़ते रहे किनारा हम मोहहबत में देखते रहे टूटा सितारा मोहहबत में सोचते रात बीती मैं क्या मांगू देखते चाँद बीती क्या मांगू जब सब हूँ मै हारा मोहहबत में। मोह्हबत में #nojotohindi #shubhampandeygagan