बादल बारिश, तितली भौंरे और हम-तुम! जुगनू चांद सितारे सारे.. और हम-तुम! दरिया साहिल,सहरा जंगल,सर्द हवा, इश्क मुहब्बत के सब मारे.. और हम-तुम! धुंध निगाहों में, मंज़िल खोई सी कहीं, दर-दर फिरते वो बंजारे.. और हम-तुम! मद्धम मद्धम जलता सूरज, शाम हसीं, डूबते दरिया के वो किनारे.. और हम-तुम! रस्मो-रि्वाज की दुनिया में सहमे सहमे, टूटे-फूटे ख़्वाब हमारे..और हम-तुम! ढूंढते फिरते इक दूजे को शहर-शहर, रोते-गाते हंसते नज़ारे..और हम-तुम! दर्द जुदाई, क़ुर्ब विसाल के ये लम्हे! जलते बुझते ये अंगारे.. और हम-तुम! तन्हा ख़्वाबों के मलबे के ढेर तले, उम्र-रवां के साथ ख़सारे और हम तुम! #yqaliem #ham_tum #badal_barish #rasm_o_riwaj #tute_phoote_khwab #Qurb_visaal #ishq_muhabbat