आज फिर वो लम्हा लौट के आया है, जो अपने साथ तेरी याद ले आया है, कैसे बयां करु दर्द-ए-दिल की दास्तान मैं? शायरी के पन्ने पर आसुंओ की बहार ले आया है, आज फिर ये लम्हा तेरी याद ले आया है । 1। तेरे जाने के बाद भी तेरा अहसास क्यूँ है? और दिल तुझसे मिलने को बेकरार क्यूँ है? जानता हूँ कि हमारा प्यार एकतरफा ही था, पर क्या तेरा जाना जरुरी था? आज फिर इस लम्हें ने मुझे बड़ा सताया है, जो अपने साथ तेरी याद ले आया है। 2। इस कम्बख्त वक्त ने मुझपे ही ऐसा सितम क्यूँ किया? जो तुझको मुझसे छीन लिया, मुझको तु इस तरह भूल नहीं पायेंगा, मेरे जैसा आशिक तुझे इस तरह मिल नहीं पायेंगा, आज फिर ये लम्हा तेरे आने की उम्मीद जगा गया है, जो अपने साथ तेरी याद ले आया है। 3। #Own_Feelings. #broken_heart💔