वतन के प्यारे वतन को प्यारे हो गए।हमें छोड़ गए अपने शब्दो की उलझनों मै।हम सबके प्यारे अटलजी हमें छोड़ चले।आज वो कुर्शी भी रोने लगी जहा कभी अटलजी बिराजे थे।आज वो ग्वालियर की गलियां भी रोने लगी अटलजी हमें छोड़ चले।नित नित पथ पर आगे बढ़ने कि सोच दे चले।उजियारो का मोसम दे चले अटलजी हमें छोड़ चले।अजातशत्रु हमें छोड़ चले।प्रीणी के लोगों छोड़ चले।मामा मनाली आज हमें छोड़ चले।अटलजी हमें छोड़ चले।सबसे अच्छे प्रधानमंत्री हमें छोड़ चले।एक सच्चे देशभक्त हमें छोड़ चले।।।। –A.D.HIRPARA #atalbiharivajpeyee #atalji #atalviharivajpayeji #dil #self #rip #poem #hindi