कुछ मेरे अपने है जो संभाले बैठे है हालात-ए-गम को वरना बिखरुं किसी रोज तो हो जाये समेटना मुश्किल वक़्त है बदलता जरूर है #अपने #संभाले #हालत #बिखरी_यादे #समेटना #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob