मैं स्त्री हूँ इस संसार की सबसे खूबसूरत रचना मुझमें समाहित है आदि से अंत तक के इस धरातल का पूरा सार इस मानव जाती की पहचान हूँ मैं मुझसे ही इस मानव मात्र का अस्तित्व है मैं हूँ तो चल रहा है ये चलाचल जगत मैं हूँ तो सब सत्य है बिना मेरे यह संसार मात्र कल्पनाओं में निहित होगा हर वस्तु मात्र मिथ्या रह जायेगी मेरे होने से कपोल रूपी पुष्प में वात्सल्ता उमड़ती रहेगी करूणा और दया से यह संसार महकता रहेगा और इस जगत में प्रेम का संचार होता रहेगा मैं स्त्री हूँ यह सौभाग्य है मेरा और मैं इस पूरे चलाचल जगत की स्वामिनी हूँ गर्व है मुझे अपने अस्तित्व पर और अपनी क्षमता पर..।।।। ----©पीयू #international_womens_day #women_power #my_power