द्वारिका मतलब द्वार का कौन सा रास्ता है तुम्हारे द्वार का कान्हा जी या कहे की किस रास्ते से आवे द्वार तुम्हारे अरे मन के द्वार का रास्ता तुम तक जाए का कान्हा मन तो ना रुके एक जगह जैसे तुम्हारी द्वारिका कभी अंदर समुंदर के कभी बाहर ना रुके कान्हा ना रुके तुम्हारी द्वारिका रुकना तो चाहिए ना ध्यान लगना तो चाहिए ना या ना है भाग में कलयुगियों के द्वारिका जो है मन के रास्ते ही तुम्हारे तो मोह लो ना मन को मुरली बजाने मे देर क्यों लगाते हो बैठे बैठे तुम द्वारिका ओ कान्हा कौन सा रास्ता है तुम्हारे द्वार का #DWARIKA