क्या कहे उन इशारो का मधहोश थे हम, किस्मत के हवाले मजबूर थे हम, देख कर उनको बस अपना सा महसूस होता था, क्या कहे क्या थे खयलात थे वो, शायद उनको समझाने में थोड़ा सा कमी रह गई, उम्मीद है कभी तो मानेगी वो कभी तो मेरे सपनो का अशिया पूरा होगा।। धीरज 💓 ©thakur dheeraj sikarwar कल ज़रूर मानेगी वो 💓 #flowers #love #sad #qetous #feelings #shayris