Alone मेरी जज्बाते कमज़ोर पड़ गई है,, वो ताकत किसी और के बातों के बन गए हैं,, मैं घुट-घुट कर जी रहा हूँ,, वो सूकुन किसी और के सासों के बन गए हैं,, यहाँ सब कहते हैं तेरा चेहरा उतरा हुआ है,, ,,पर मै कहा देखु,, वो तो आईना किसी और के आखों के बन गए हैं,, /,,,,, रवि कुमार (बिहार) sad shayri breakup shayri #alone