गांधी के हत्यारों से भाग १ जय जय कार से नारों से, झूठे सच्चे अखबारों से, अब स्वयं निपटना होगा, इन गांधी के हत्यारों से। जब हम स्वयं न होंगे, फिर कौन हमारा होगा, हिंसा का फिर जनक, यह मौन हमारा होगा, बात करेंगे हम कलम से , न तीर से न तलवारों से, अब स्वयं निपटना होगा, इन गांधी के हत्यारों से। #GandhiJi #hbsahil #कविता