चुप बैठै है वो अब बात नहीं करते एक अरसा बित गया पर अब वो मुककात नहीं करते कुछ दूरियां है अब दरमियान हमारे पर अब वो फासले पार नहीं करते जो हो कभी सामना तो नज़रे फेर जाते है अब वो आँखों ही आँखों वाला इज़हार नहीं करते पर शायद कहना तो बहुत कुछ चाहते है पर उस बात का इकरार भी नहीं करते चुप बैठै है वो अब बात नहीं करते एक अरसा बित गया पर अब वो मुककात नहीं करते