मन में गूंजता रहता है इधर इक देवता रहता है, यूं कभी मैं सुनता नहीं मगर वो कहता रहता है اا हाँ पाप करूँ मैं बेशुमार झूठ भी बोला करता हूँ, मुझको फ़िर वो चुभता है यूहीं खलता रहता है اا उससे कभी बनी नहीं एक खेल खेला करता हूँ, कभी उसे मैं छलता हूँ कभी वो छलता रहता है اا ख़ुश रहता हूँ अपने में हर नियम तोड़ा करता हूँ, क्या करूँ उसका 'अबीर' अंदर जलता रहता है اا मन में गूँजता रहता है... #गूँजतारहताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqquotes #yqtales #yqlife #yqfeelings