___________________ दिल के कोने - कोने से तुम्हारी ही खुशबू आती है आज दें दूँ अखबारों में इश्तिहार हम तुम पे मरते है याद किया सिर्फ तुम्हें मेरे अश्क मुझसे ही कहते है तुम क्या जानो इन विरानियों में कितने दर्द हम पीते है साँसों की रफ़्तार बढ़ जाती है जब नाम तुम्हारा लेते है मेरे नाम के अक्षरों में तुम्हारा नाम जुड़े-जुड़े से रहते है Queen"क्यों है ये बैचैनीयाँ क्यों उन्हीं यादों में जीते है है इश्क़ उन्हीं से आज भी लो सरे-आम हम कहते है ।। ♥️ Challenge-567 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।