मुद्दतों के शहर में इश्क ज़ालिम हो गया, वफा के नाम पर इश्क पागल हो गया, वक़्त इस कदर बदला की कुछ पता न चला, कमबख्त इश्क का मारा था और इश्क मे पागल हो गया | IG - @mere.lafz17 / @hit_man_rishi ©Hit man Rishi Follow me on intragram @mere.lafz17 (official poetry)