तेरे शहर में मेरी आख़री उड़ान बाकी है। बीते लम्हों में अभी पहचान बाकी है। आऊँगा तेरे दर को सलाम करने,अभी भी इस जिस्म में तेरी पहचान बाकी है। #nojoto#nojotohindisayri