तारीफ के असली हक़दार कोई और है........ मुझे पढ़ने वालो को कुछ बताना है,जान लीजिए कहीं पढें मुझे,कहीं गलतफहमी में ना रह जाएं, ये थोड़ी बहुत हुनरमंदी पास मेरे,बक्श खुदा की, 'अजी यह रिशु की काबिलियत है' कोई कह ना जाएं जानते हो पूरी कायनात के एहसान बहुत है मुझपर, और मेरे पास कर्ज़ चुकाने के,शुक्रिया का तरीका कोई ना, बस कलम उठाकर,आड़ा तिरछा ही कुछ दिल लिख देता हूँ, मेरी तो औकात नही,और किस तरह उतारूँ,मुझे सलीका कोई ना, एक चीज़ और बता दूं साफ, जो पढ़ते है,जानते मुझे, मेरे एहसासों में कुछ अच्छाई तो कुछ बुराई मिलेगी, अच्छाई की तालीम दी, खुदा और उसके फरिश्तों ने, और जो बुरा है वो रिशु का है,थोड़ी सी नीयत में सफाई मिलेगी, मेरे पास कुछ वक्त ज्यादा रहता है,खुदा का शुक्रिया, इसलिए कभी खिदमत कर लेता हूँ, कभी टल जाता हूँ खूबियों के तारीफ का हकदार मैं नही,'खुदा है, फ़रिश्ते' है, मैं तो 'फटा हुआ नोट' हूँ, 'उन कोरे नोटों की गड्डी' में रहूं तो चल जाता हूँ #yqbhaijan #yqdidi #फ़रिश्ते #तारीफ़_ए_काबिल #मुझेसमझएकदफ़ा #कलम_का_मजदूर #नोटों_की_गड्डी