#MessageOfTheDay गांव की याद~#०3 साथ मस्ती करना और, गुरुजी को तंग करना! चलती हुई कक्षा को, अनायास भंग करना!! बचपन की शरारतें ,बहुत याद आती हैं! याद करते हुए मन में बहुत पीड़ा पाती हैं!! तेज़ गति समय की , मैं समझ नहीं पाता हूं ! अनेकों में रहकर भी अकेला ही पता हूं !! आज याद गांव की ,पन्ने पर उतारी है! है कल्पना ये स्वर्ग की ,जिसे कलम से सजाई है!! आज बहुत दिनों बाद, गांव की याद आयी है!!! मां पिताजी आशीर्वाद, सदा मेरे साथ है... दूर हैं परन्तु ; सदा मेरे साथ हैं... ©कवि की कल्पना ✍️ गांव की याद~#०3 #Messageoftheday