रातों को अक्सर नींद नहीं आती आंखें बंद भी कर लू तो आ जाती है तस्वीर तुम्हारी लव्जों में बयान कैसे करूँ अपनी मुहब्बत वो लव्ज बने ही नहीं, जिसमें बयान हो सके मुहब्बत हमारी ©आकाश भिलावली वाला menu need na aave