न आधा लिखता हूँ न पूरा लिखता हूँ वक़्त के कमान से अपनी ख़ुशी और ग़म ज्यादा लिखता हूँ बोलने से ज्यादा अच्छा मैं लिखता हूँ लफ्ज़ लाजवाब ना सही जज़्बात बेमिसाल लिखता हूँ जरूरत पड़ने पर छोटी सी किरण लिखता हूँ गुज़री है जो खुद पर वही हालात लिखता हूँ ज़मीं पर रह कर आसमानों की बात लिखता हूँ मई-े-जज़्बात से जुड़े सारे ख्याल लिखता हूँ आँखों देखा हाल लिखता हूँ सब कुछ खुले आम लिखता हूँ अपने अनुभव और कल्पनाओं से लिखता हूँ खुद से जुड़ा हर एक इतिहास लिखता हूँ बेबक्त वेबजह वेहिसाब लिखता हूँ... #drjyotishwrites #drjyotishquotes #drjyotish गुज़री है जो खुद पर वही हालात लिखता हूँ, ज़मीं पर रह कर आसमानों की बात लिखता हूं मई-े-जज़्बात (mai-e-jazbaat) से जुड़े सारे ख्याल लिखता हूं आँखों देखा हाल लिखता हूँ, सब कुछ खुले आम लिखता हूँ अपने अनुभव और कल्पनाओं से लिखता हूँ