Nojoto: Largest Storytelling Platform

माना कि ये दिन ढलता है, फिर तमस का दौर चलता है, पर

माना कि ये दिन ढलता है,
फिर तमस का दौर चलता है,
पर मिटाने हर अंधेरे को,
वो अफताब भी रोज़ निकलता है। #भोर
माना कि ये दिन ढलता है,
फिर तमस का दौर चलता है,
पर मिटाने हर अंधेरे को,
वो अफताब भी रोज़ निकलता है। #भोर