"अंधेरो के साये में आशियाना थामे हैं आंसमा छुपे हैं इन बादलो के पीछे है तिशनगी हैं तुम्हें पाने की खोये बहुत पुराने है थम सा गये हैं रास्ता जब से तू लौट गये हैं ! ✍️ सफर #lyrics