मनोहर पर्रिकर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि शिकवे भी रहेंगे और गिले भी रहेंगे, जाते जाते यादों की बारात छोड़ गए। ध्यान से देखा सब कुछ यहीं था, जाते जाते एक लोटा राख छोड़ गए।। तन भी यहीं था, सारा धन भी यहीं था, सारे का सारा अपना आप छोड़ गए। ध्यान से देखा सब कुछ यहीं था, जाते जाते एक लोटा राख छोड़ गए।। #NojotoQuote मनोहर पर्रिकर जी, श्रद्धांजलि।।