हाँ... जो नहीं हो..वो दिखना...श्रेष्ठ प्रदर्शित करना अपने को गुणों की ख़ान बताना आम है...! पर... 'ख़ास' होकर भी 'आम' दिखना गुणों से लबालब 'गगरी' होकर भी न छलकना वाकई में बड़ी बात है..! मुँह खोलकर अपने को बड़ा साबित करना बड़ी-बड़ी बातें करना कौन-सा बड़ा काम है..? लेकिन.. अपने मुख से न कहकर दूसरों की वाणी में 'बड़ा' सुनना चरित्र आचार-विचार व्यवहार में 'बड़ा' तब वाकई में बड़ी बात है...! 'ख़ास' तो सभी हैं स्वयं के लिए जो.. दूसरों के लिए 'ख़ास' बने तब कोई बात है...! ऐसा 'साधारण' होना बड़ी बात है...! 🌈🌈🌈 सुप्रभात। हमारा साधारण होना हमें कमतर नहीं बनाता। बल्कि साधारण का संघर्ष हमें ख़ास बनाता है। #साधारण #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi