Khusboo daar kamal or khilta gulab Ho tum Meri har raat ka sabab ho tum Kabhi mere jajbat to kabhi mere khwab Ho tum अगर रख सको तो एक निशानी हूँ मैं , कह दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं , रोक पाये न जिसको ये सारी दुनीया , वो एक बूंद आँख का पानी हूँ मैं , सबको प्यार देने की आदत है हमें , अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमें , कितना भी गहरा जख्म दे कोई , उतना ही ज्यादा मुस्कुराने की आदत है हमें , इस अजनबी दुनिया मे अकेला ख्वाब हूँ मैं , सवालो से खफा छोटा सा जवाब हूँ मैं , जो समझ न सके मुझे , उनके लिए "कौन" जो समझ गए उनके लिए खुली किताब हूँ मैं , आंखो से देखोगे तो खुश ही पाओगे , दिल से पुंछोगे तो दर्द का सैलाब हूँ मै