लुटाकर हुस्न दिल का हम विचारों को सजाते हैं बसी जब मुफ़लिसी दिल में रईशी को दिखाते हैं ! बड़ी ही भीड़ होती है जहाँ दो दिल मिला करते जुबाँ ख़ामोश रहती है इशारों से बुलाते हैं ! ©malay_28 #इशारे