अफ़साना बन जाए कुछ ऐसा करते हैं मैं तेरा तू मेरी बादलों पे लिख आते हैं चांद की रौशनी में रौशन हो जाएगा फिर नाम हमारा ज़माना भी पढ लेगा ये लिखा ज़माने को पैगाम हमारा मैं तेरा तू मेरी ये जान जाएगा ज़माना फिर खुद ब खुद बन जाएगा एक नया और अफ़साना ©Ankur Mishra #अफ़साना #Hopeless